रिपब्लिकन सत्ता लाना है !
जिंदगी से तंग आके
फिर भी जीना चाहता हु मै
एक बार हारकर भी
फिर से जितना चाहता हु मै
बर्बादी की कगार पर भी
फिर एक नीला झेंडा लहराना है
खून के कतरे कतरे में
एक "भीम" पैदा करना है
बार बार मरकर भी
जिन्दा मुझे रहना है
रिपब्लिकन पार्टी नहीं तो क्या हुआ
भारतीयोंको रिपब्लिकन बनाना है
बार बार गिरकर भी
संसद में रिपब्लिकन सत्ता लाना है !
---प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर.
ek din aayega delhi pe NILA laherayga....
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