बदल तेरी जिंदगी
कहते है दुनिया वाले
जालिम है जमाना
इन्सान की खुद्दारी
बुरा है जमाना
मुश्किल है जीना यहाँ
मरना है आसान
सोच बदल तेरी
आसान होगी जिंदगी
जज्बा हो जीने का
तो राह है आसान
वरना जिंदगी के हर मोड़ पे
रोना ही रोना है
बदल तेरी जिंदगी
पत्थर के पुजारी
जान ले इन्सान
बन के एक इन्सान
पहाड़ो भरी खुशिया
झोलियों में होंगी !
---प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर
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