Thursday, 19 May 2011

बाबा रामदेव के षड्यंत्रोसे से बचे !

बाबा रामदेव के षड्यंत्रोसे से बचे !
अण्णा के संविधान द्रोह के बाद अब बाबा रामदेव ने नौटंकी करना शुर कर दी है ! बेवकूफ रामदेवबाबा इस देश के संविधान को बदलने की मांग कर रहा है ! कल एक प्रेस कांफेरेंस में उसने ने कहा की "भारत का पंतप्रधान प्रत्यक्ष लोगो के द्वारा चुना नहीं जाता ! फिर ये भारत की लोकशाही कैसी कही जाएगी ! इसलिए मै अनशन करके यह मांग करने वाला हु की यहाँ का पंतप्रधान प्रत्यक्ष लोगो के माध्यम से चुना जाये ! और इसके लिए संविधान बदलने की जरुरत है !"
बाबा रामदेव तेरी रंगरलिया तो आजतक देखि गयी ! लोगो को बेवकूफ बनाकर तुने लुटा है ! और अब देश को लुटाने चला है ! इतनी अकल है क्या तुझ में जो तू इस लोकशाही को समझ सके !
प्रजातान्त्रिक लोकशाही और संविधानिक लोकशाही का अर्थ मालूम नहीं और लोकशाही की इतनी बड़ी ताकत को ही तू चुनौती दे रहा है !
हमारा संविधान इसी पूरी लोकतान्त्रिक प्रक्रिया पर निर्भर है ! देश का पंतप्रधान लोगो के द्वारा ही चुना जाता है ! हम उसे चुनने के लिए वोट नहीं डालते होंगे लेकिन हमारे माध्यम से चुने हुए लोगो के माध्यम से पंतप्रधान चुना जाता है ! जिस पक्ष को देश की जनता संसद में बहुमत से चुनके देगी, उस पक्ष का नेता पंतप्रधान बनता है ! फिर तो वो पूरी तरह से जनता के द्वारा ही चुना जाता है ! आप ये चाहते होंगे की लोगो के द्वारा प्रत्यक्ष मतदान से पंतप्रधान को चुना गया तो आप के चेले आपके लिए काम करेंगे और आपको चुनकर लायेगे ! आप पंतप्रधान बनोगे और इस देश को योगी देश बनाओगे ! बाबा रामदेव पंतप्रधान बनने के और इस देश को योगी देश बनाने के सपने छोड़ दो ! तुम्हारे जैसे ऐसे कही आये और गए ! जबतक यहाँ  का परिवर्तन वादी समूह और मानवतावादी समूह जिन्दा है  ! तबतक सत्य साईं बाबा भी मिटटी में ही गया ! और बाबा रामदेव भी मिटटी में ही जायेगा !  ये आप को बहुत ही जल्द समझ आएगा !
लेकिन श्यायद रामदेवजी आपकी दाढ़ी में जुए बढ़ गए होंगे इसलिए आपको ये बात समझ में नहीं आ रही होंगी ! या योग करते करते और लोगो को बेवकूफ करते करते आप का मस्तिष्क भी सड रहा होगा ! जिसमे अभी सोचने की ताकत नहीं रही है ! अपनी जबान सिर्फ अपने चेलोंको ऊपर निचे करने में ही लगाओ ! देश में चल रहे और देश को चलने का नाटक बंद करो ! वरना जनता को आपके बाल नोचने पड़ेंगे !
कभी काले धन की बात करते हो ! कभी राजनीती की बात करते हो ! कभी धर्म की बात करते हो ! तो कभी खुद को इस देश का महानतम विद्वान समझने की बात करते हो ! लेकिन आप ने बने हुई अरबो रुपयोंकी माया कहासे आई से नहीं बताते हो ! अपने लोगो को शिबिर में लुटते हो ! पैसो की थैलिय लेकर भाग जाते हो ! मरते बिचारे गरीब है !
इतनीही समाजसेवा करनी है तो तुम्हे मिलने वाला धन  लोगो में क्यों नहीं बाटते हो ?
लोगो को अपने शिबिरोंमे बिना टिकट क्यों प्रवेश नहीं देते हो ?
गरीब बच्चो को शिक्षा के लिए आपने कमाया हुआ धन क्यों नहीं बाटते हो ?
इस देश को अगर बचाना है तो पहले आपके पत्थर की मुर्तियोंको हटाओ !
जाती और धर्म के गंधे प्रचार और प्रसार को रोको !
लोगो में वैज्ञानिकता को बढ़ावा दो !
बाबा रामदेव इन सवालो के जवाब दे सकते हो ! अगर नहीं तो अपनी तिरछी नजर से भारत की जनता के ऊपर की कलि छाया छोड़ दो ! अपनी बकवास बंद करो ! और देश को लुटाने का धंदा बंद करो !
दोस्तों इन ढोंगी बाबा बुवओंसे बचो ! ये इस देश को बेचने निकले है ! ये इस देश में फिर से वही पुरातन हिन्दू वर्णव्यवस्था  लाना चाहते है ! यहाँ का संविधान, यहाँ की समानता के तत्व मिटाकर इस संविधान को बदलना चाहते है ! ऐसे ढोंगी साधुओंके षड़यंत्र से समाज, देश, इन्सान को बचाओ ! आने वाले भविष्य को बचाओ !
----प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर, ८७९३३९७२७५

2 comments:

  1. Badhiya hai, Sandeep...as usual..and as always...blog shuru karke bahut accha kiya hai...for your talent FB has huge limitations...Carry on with your mission..we all are with u..

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