बाबा रामदेव के षड्यंत्रोसे से बचे !
अण्णा के संविधान द्रोह के बाद अब बाबा रामदेव ने नौटंकी करना शुर कर दी है ! बेवकूफ रामदेवबाबा इस देश के संविधान को बदलने की मांग कर रहा है ! कल एक प्रेस कांफेरेंस में उसने ने कहा की "भारत का पंतप्रधान प्रत्यक्ष लोगो के द्वारा चुना नहीं जाता ! फिर ये भारत की लोकशाही कैसी कही जाएगी ! इसलिए मै अनशन करके यह मांग करने वाला हु की यहाँ का पंतप्रधान प्रत्यक्ष लोगो के माध्यम से चुना जाये ! और इसके लिए संविधान बदलने की जरुरत है !"
बाबा रामदेव तेरी रंगरलिया तो आजतक देखि गयी ! लोगो को बेवकूफ बनाकर तुने लुटा है ! और अब देश को लुटाने चला है ! इतनी अकल है क्या तुझ में जो तू इस लोकशाही को समझ सके !
प्रजातान्त्रिक लोकशाही और संविधानिक लोकशाही का अर्थ मालूम नहीं और लोकशाही की इतनी बड़ी ताकत को ही तू चुनौती दे रहा है !
हमारा संविधान इसी पूरी लोकतान्त्रिक प्रक्रिया पर निर्भर है ! देश का पंतप्रधान लोगो के द्वारा ही चुना जाता है ! हम उसे चुनने के लिए वोट नहीं डालते होंगे लेकिन हमारे माध्यम से चुने हुए लोगो के माध्यम से पंतप्रधान चुना जाता है ! जिस पक्ष को देश की जनता संसद में बहुमत से चुनके देगी, उस पक्ष का नेता पंतप्रधान बनता है ! फिर तो वो पूरी तरह से जनता के द्वारा ही चुना जाता है ! आप ये चाहते होंगे की लोगो के द्वारा प्रत्यक्ष मतदान से पंतप्रधान को चुना गया तो आप के चेले आपके लिए काम करेंगे और आपको चुनकर लायेगे ! आप पंतप्रधान बनोगे और इस देश को योगी देश बनाओगे ! बाबा रामदेव पंतप्रधान बनने के और इस देश को योगी देश बनाने के सपने छोड़ दो ! तुम्हारे जैसे ऐसे कही आये और गए ! जबतक यहाँ का परिवर्तन वादी समूह और मानवतावादी समूह जिन्दा है ! तबतक सत्य साईं बाबा भी मिटटी में ही गया ! और बाबा रामदेव भी मिटटी में ही जायेगा ! ये आप को बहुत ही जल्द समझ आएगा !
लेकिन श्यायद रामदेवजी आपकी दाढ़ी में जुए बढ़ गए होंगे इसलिए आपको ये बात समझ में नहीं आ रही होंगी ! या योग करते करते और लोगो को बेवकूफ करते करते आप का मस्तिष्क भी सड रहा होगा ! जिसमे अभी सोचने की ताकत नहीं रही है ! अपनी जबान सिर्फ अपने चेलोंको ऊपर निचे करने में ही लगाओ ! देश में चल रहे और देश को चलने का नाटक बंद करो ! वरना जनता को आपके बाल नोचने पड़ेंगे !
कभी काले धन की बात करते हो ! कभी राजनीती की बात करते हो ! कभी धर्म की बात करते हो ! तो कभी खुद को इस देश का महानतम विद्वान समझने की बात करते हो ! लेकिन आप ने बने हुई अरबो रुपयोंकी माया कहासे आई से नहीं बताते हो ! अपने लोगो को शिबिर में लुटते हो ! पैसो की थैलिय लेकर भाग जाते हो ! मरते बिचारे गरीब है !
इतनीही समाजसेवा करनी है तो तुम्हे मिलने वाला धन लोगो में क्यों नहीं बाटते हो ?
लोगो को अपने शिबिरोंमे बिना टिकट क्यों प्रवेश नहीं देते हो ?
गरीब बच्चो को शिक्षा के लिए आपने कमाया हुआ धन क्यों नहीं बाटते हो ?
इस देश को अगर बचाना है तो पहले आपके पत्थर की मुर्तियोंको हटाओ !
जाती और धर्म के गंधे प्रचार और प्रसार को रोको !
लोगो में वैज्ञानिकता को बढ़ावा दो !
बाबा रामदेव इन सवालो के जवाब दे सकते हो ! अगर नहीं तो अपनी तिरछी नजर से भारत की जनता के ऊपर की कलि छाया छोड़ दो ! अपनी बकवास बंद करो ! और देश को लुटाने का धंदा बंद करो !
दोस्तों इन ढोंगी बाबा बुवओंसे बचो ! ये इस देश को बेचने निकले है ! ये इस देश में फिर से वही पुरातन हिन्दू वर्णव्यवस्था लाना चाहते है ! यहाँ का संविधान, यहाँ की समानता के तत्व मिटाकर इस संविधान को बदलना चाहते है ! ऐसे ढोंगी साधुओंके षड़यंत्र से समाज, देश, इन्सान को बचाओ ! आने वाले भविष्य को बचाओ !
----प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर, ८७९३३९७२७५
अण्णा के संविधान द्रोह के बाद अब बाबा रामदेव ने नौटंकी करना शुर कर दी है ! बेवकूफ रामदेवबाबा इस देश के संविधान को बदलने की मांग कर रहा है ! कल एक प्रेस कांफेरेंस में उसने ने कहा की "भारत का पंतप्रधान प्रत्यक्ष लोगो के द्वारा चुना नहीं जाता ! फिर ये भारत की लोकशाही कैसी कही जाएगी ! इसलिए मै अनशन करके यह मांग करने वाला हु की यहाँ का पंतप्रधान प्रत्यक्ष लोगो के माध्यम से चुना जाये ! और इसके लिए संविधान बदलने की जरुरत है !"
बाबा रामदेव तेरी रंगरलिया तो आजतक देखि गयी ! लोगो को बेवकूफ बनाकर तुने लुटा है ! और अब देश को लुटाने चला है ! इतनी अकल है क्या तुझ में जो तू इस लोकशाही को समझ सके !
प्रजातान्त्रिक लोकशाही और संविधानिक लोकशाही का अर्थ मालूम नहीं और लोकशाही की इतनी बड़ी ताकत को ही तू चुनौती दे रहा है !
हमारा संविधान इसी पूरी लोकतान्त्रिक प्रक्रिया पर निर्भर है ! देश का पंतप्रधान लोगो के द्वारा ही चुना जाता है ! हम उसे चुनने के लिए वोट नहीं डालते होंगे लेकिन हमारे माध्यम से चुने हुए लोगो के माध्यम से पंतप्रधान चुना जाता है ! जिस पक्ष को देश की जनता संसद में बहुमत से चुनके देगी, उस पक्ष का नेता पंतप्रधान बनता है ! फिर तो वो पूरी तरह से जनता के द्वारा ही चुना जाता है ! आप ये चाहते होंगे की लोगो के द्वारा प्रत्यक्ष मतदान से पंतप्रधान को चुना गया तो आप के चेले आपके लिए काम करेंगे और आपको चुनकर लायेगे ! आप पंतप्रधान बनोगे और इस देश को योगी देश बनाओगे ! बाबा रामदेव पंतप्रधान बनने के और इस देश को योगी देश बनाने के सपने छोड़ दो ! तुम्हारे जैसे ऐसे कही आये और गए ! जबतक यहाँ का परिवर्तन वादी समूह और मानवतावादी समूह जिन्दा है ! तबतक सत्य साईं बाबा भी मिटटी में ही गया ! और बाबा रामदेव भी मिटटी में ही जायेगा ! ये आप को बहुत ही जल्द समझ आएगा !
लेकिन श्यायद रामदेवजी आपकी दाढ़ी में जुए बढ़ गए होंगे इसलिए आपको ये बात समझ में नहीं आ रही होंगी ! या योग करते करते और लोगो को बेवकूफ करते करते आप का मस्तिष्क भी सड रहा होगा ! जिसमे अभी सोचने की ताकत नहीं रही है ! अपनी जबान सिर्फ अपने चेलोंको ऊपर निचे करने में ही लगाओ ! देश में चल रहे और देश को चलने का नाटक बंद करो ! वरना जनता को आपके बाल नोचने पड़ेंगे !
कभी काले धन की बात करते हो ! कभी राजनीती की बात करते हो ! कभी धर्म की बात करते हो ! तो कभी खुद को इस देश का महानतम विद्वान समझने की बात करते हो ! लेकिन आप ने बने हुई अरबो रुपयोंकी माया कहासे आई से नहीं बताते हो ! अपने लोगो को शिबिर में लुटते हो ! पैसो की थैलिय लेकर भाग जाते हो ! मरते बिचारे गरीब है !
इतनीही समाजसेवा करनी है तो तुम्हे मिलने वाला धन लोगो में क्यों नहीं बाटते हो ?
लोगो को अपने शिबिरोंमे बिना टिकट क्यों प्रवेश नहीं देते हो ?
गरीब बच्चो को शिक्षा के लिए आपने कमाया हुआ धन क्यों नहीं बाटते हो ?
इस देश को अगर बचाना है तो पहले आपके पत्थर की मुर्तियोंको हटाओ !
जाती और धर्म के गंधे प्रचार और प्रसार को रोको !
लोगो में वैज्ञानिकता को बढ़ावा दो !
बाबा रामदेव इन सवालो के जवाब दे सकते हो ! अगर नहीं तो अपनी तिरछी नजर से भारत की जनता के ऊपर की कलि छाया छोड़ दो ! अपनी बकवास बंद करो ! और देश को लुटाने का धंदा बंद करो !
दोस्तों इन ढोंगी बाबा बुवओंसे बचो ! ये इस देश को बेचने निकले है ! ये इस देश में फिर से वही पुरातन हिन्दू वर्णव्यवस्था लाना चाहते है ! यहाँ का संविधान, यहाँ की समानता के तत्व मिटाकर इस संविधान को बदलना चाहते है ! ऐसे ढोंगी साधुओंके षड़यंत्र से समाज, देश, इन्सान को बचाओ ! आने वाले भविष्य को बचाओ !
----प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर, ८७९३३९७२७५
nice article sir
ReplyDeleteBadhiya hai, Sandeep...as usual..and as always...blog shuru karke bahut accha kiya hai...for your talent FB has huge limitations...Carry on with your mission..we all are with u..
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