सोंड वाला
अब आधा जानवर आधा इन्सान
चौराहों पर कैसे बैठा घर घर में
इंसानी बुजदिली का गन्दा खेल
अब पूजते है लोग घर घर में
पता था आज तक इंसानी जन्म का राज
इन्होने बदला डाला सोंड वाले का जन्म का राज
कहते है मल से पैदा हुआ, मरकर भी जिन्दा हुआ
न देखा न सुना ऐसा ही कारनामा इसने कर दिया
अब देखो नहाने की जरुरत नहीं
साबुन से हमारा कोई रिश्ता नहीं
फिर देखो घर घर में
एक नया सोंड वाला पैदा होगा मल से
अकल के दुश्मनों अब तो जरा जान लो
मत भूलो अपनी पैदाइश अब तो इसे पहचान लो
शक्तिशाली, बलशाली, मलाधिश नहीं आता तुम्हे बचाने
वरना आतंकवादी, दहशतवादी नहीं घुमते चौराहों में
---प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर. ८७९३३९७२७५
अब आधा जानवर आधा इन्सान
चौराहों पर कैसे बैठा घर घर में
इंसानी बुजदिली का गन्दा खेल
अब पूजते है लोग घर घर में
पता था आज तक इंसानी जन्म का राज
इन्होने बदला डाला सोंड वाले का जन्म का राज
कहते है मल से पैदा हुआ, मरकर भी जिन्दा हुआ
न देखा न सुना ऐसा ही कारनामा इसने कर दिया
अब देखो नहाने की जरुरत नहीं
साबुन से हमारा कोई रिश्ता नहीं
फिर देखो घर घर में
एक नया सोंड वाला पैदा होगा मल से
अकल के दुश्मनों अब तो जरा जान लो
मत भूलो अपनी पैदाइश अब तो इसे पहचान लो
शक्तिशाली, बलशाली, मलाधिश नहीं आता तुम्हे बचाने
वरना आतंकवादी, दहशतवादी नहीं घुमते चौराहों में
---प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर. ८७९३३९७२७५
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