Wednesday, 30 November 2011

"प्रज्ञादीप प्रकाशन"

 "प्रज्ञादीप प्रकाशन" नागपूर
"Pradnyadeep Prakashan" Inviting New Writers and Poets for Publishing their Writing with our Publication...Exsisting Publications in the Market are Exploiting New Writer and Not ready to Published their matterials..."Pradnyadeep Prakashan" wants to stop this exploitation and Introducing New writters...So keep Ur writing & if You want to introduce Your Precise Writting in the front of society...so pls welcome...Contact...Dr. Sandeep Nandeshwar, 8793397275

"प्रज्ञादीप प्रकाशन" नागपूर नये बुद्धीजीवी, लेखक एवं कवियोंको उनके द्वारा लिखे गए साहित्य के प्रकाशन हेतु आमंत्रित करता है ! प्रकाशन क्षेत्र में आज नए लेखक एवं कवियोंका शोषण किया जा रहा है ! इतनाही नहीं बल्कि नए लोगो की किताबे प्रकाशित करने में उपलब्ध प्रकाशन संस्थाए तैयार नहीं है ! इन सब बातो को ध्यान में रखते हुए नये संशोधकोंको, लेखक, कवियोंका होने वाला शोषण और उनकी निराशा रोककर उनमे एक नई उम्मीद डालते हुए उनके द्वारा लिखे साहित्य को प्रकाशित करने हेतु "प्रज्ञादीप प्रकाशन" का निर्माण हुआ है ! आप से निवेदन है की अब आप बेझिझक लिखते रहिये...आपके साहित्य को प्रकाशित करने का अवसर हम आपको प्रदान करेंगे...अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे .... डॉ. संदीप नंदेश्वर, नागपुर, ९२२६७३४०९१, ८७९३३९७२७५

प्रज्ञादीप प्रकाशन नागपूर नवीन लेखक, साहित्यिक, संशोधक आणि कवींना त्यांचे साहित्य प्रकाशित करण्यासाठी आमंत्रित करीत आहे. प्रकाशन क्षेत्रात व्याप्त असलेली शोषणाची व्यवस्था घालवून नव साहित्यिकांना आमच्या प्रकाशनातर्फे संधी प्रदान करण्यात येत आहे. नव साहित्यिकांना प्रोत्साहन देण्यासाठीच "प्रज्ञादीप प्रकाशन" संस्थेची निर्मिती झाली आहे. त्यामुळे आता नव साहित्यिकांनी निराश होऊन लिहिणे बंद न करता सतत लिहित राहावे..तुमचे साहित्य प्रकाशित करण्याची संधी आम्हाला द्यावी...अधिक माहितीसाठी संपर्क करा ! .... डॉ. संदीप नंदेश्वर, नागपूर, ९२२६७३४०९१, ८७९३३९७२७५

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