आज २६ नवम्बर...भारतीय संविधान दिन...हर भारतीय नागरिकोंको भारतीय होने का गर्व प्रदान करने वाला एक ऐसा लम्हा...इस भारतीय संविधान दिन की अवसर पर आप सभी देशवासियोंको प्रा. संदीप नंदेश्वर जी की और से ढेर सारी शुभकामनाए और बधाई ! "जय रिपब्लिक भारत"
भारत का संविधान
बदनाम था मै, आज दुनिया में नाम हुआ
गुलाम था मै, आज स्वतंत्रता का गुणगान हुआ
पराया था मै, आज दुनिया ने अपना लिया
कानून था मै, आज संविधान महान हुआ
मै संविधान हूँ इस देश का
आइना हूँ दुनिया की मानवता का
कानून बन कर जीता हूँ हर एक के रग रग में
चलाना सिख लो वरना सामना कर संकटों का
हे मेरे देशवासियों वक्त के पहले ये जान लो
मै समता का चिराग हूँ बुद्ध की इस धरती पर
बाबासाहब की कलम का जीताजागता नमूना हूँ
मै हजारो पीढ़ीयोंके रास्तो का राहगीर बन सकता हूँ
कोशिश मत करना मुझे तोड़ने मरोड़ने की
चिराग हूँ आप सब की रोशन जिंदगी का
२ साल ११ महीने १८ दिन जिस महामानव ने मुझे संजोया है
बाबासाहब है नाम जिसका, शिल्पकार है वो मेरा
उसी की मेहनत का नतीजा हूँ मै
भारत का संविधान हूँ मै.....
भारत का संविधान हूँ मै.....
----प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर...८७९३३९७२७५, ९२२६७३४०९१
भारत का संविधान
बदनाम था मै, आज दुनिया में नाम हुआ
गुलाम था मै, आज स्वतंत्रता का गुणगान हुआ
पराया था मै, आज दुनिया ने अपना लिया
कानून था मै, आज संविधान महान हुआ
मै संविधान हूँ इस देश का
आइना हूँ दुनिया की मानवता का
कानून बन कर जीता हूँ हर एक के रग रग में
चलाना सिख लो वरना सामना कर संकटों का
हे मेरे देशवासियों वक्त के पहले ये जान लो
मै समता का चिराग हूँ बुद्ध की इस धरती पर
बाबासाहब की कलम का जीताजागता नमूना हूँ
मै हजारो पीढ़ीयोंके रास्तो का राहगीर बन सकता हूँ
कोशिश मत करना मुझे तोड़ने मरोड़ने की
चिराग हूँ आप सब की रोशन जिंदगी का
२ साल ११ महीने १८ दिन जिस महामानव ने मुझे संजोया है
बाबासाहब है नाम जिसका, शिल्पकार है वो मेरा
उसी की मेहनत का नतीजा हूँ मै
भारत का संविधान हूँ मै.....
भारत का संविधान हूँ मै.....
----प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर...८७९३३९७२७५, ९२२६७३४०९१
No comments:
Post a Comment