Friday, 12 August 2011

निर्मल जीवन

निर्मल जीवन

मै एक झरने में बैठा
इंतजार कर रहा हु
किसी मछली से
मुलाकात हो जाए
पर मै गलत था श्यायद
झरने की बहते पानी में
स्वच्छ, निर्मल जल में
मछलिया नहीं होती
निर्मल जीवन मछलियोंको
रास नहीं आता
...प्रा. संदीप नंदेश्वर, नागपुर.

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