भारतीय मिडिया का सोशल नेट्वर्किंग मनुवाद ?
भारतीय मिडिया का निषेध ! निषेध ! निषेध !
रोज भारतीय मिडिया द्वारा फेसबुक पर चलनेवाली गतीविधियो का ब्योरा लिया जाता है !
पर युवा के नाम से, इस पीढ़ी के नाम से सिर्फ गैर-बुद्धिस्ट और गैर-आंबेडकरी ग्रुप को और लोगो को ध्यान में लिया जाता है !
जबकि सच्चाई यह है की फेसबुक पर सबसे ज्यादा आंबेडकरी और बुद्धिस्ट लोग इस देश में चलनेवाली हर गतिविधियों पर अपनी प्रतिक्रिया देते रहते है !
ये लोग इस भारतीय मिडिया के नजर में क्यों नहीं आते ?
क्या भारतीय मिडिया यहाँ भी वर्णवाद चलता है ?
क्या ऐसे मिडिया को लोकतंत्र का मिडिया कह सकते है ?
ऐसे मिडिया को देश से ख़त्म करने के लिए हमें आगे बढ़ना होगा !
---डॉ. संदीप नंदेश्वर, नागपुर.
जबकि सच्चाई यह है की फेसबुक पर सबसे ज्यादा आंबेडकरी और बुद्धिस्ट लोग इस देश में चलनेवाली हर गतिविधियों पर अपनी प्रतिक्रिया देते रहते है !
ये लोग इस भारतीय मिडिया के नजर में क्यों नहीं आते ?
क्या भारतीय मिडिया यहाँ भी वर्णवाद चलता है ?
क्या ऐसे मिडिया को लोकतंत्र का मिडिया कह सकते है ?
ऐसे मिडिया को देश से ख़त्म करने के लिए हमें आगे बढ़ना होगा !
---डॉ. संदीप नंदेश्वर, नागपुर.
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